*पानी को कसकर पकड़ोगे तो वो हाथ से छुट जायेगा,*
*उसे बहेने दो वो अपना रास्ता खुद बना लेगा,*
*कभी कभी जब परिस्थितिया समज में ना आये तो,*
*जो कुछ जीवन में घटित हो रहा है उसे शांत भाव व*
*तटस्थ होकर बस देखना चाहिए,*
*समय आने पर जीवन अपना मार्ग खुद बना लेगा !!*
*सुप्रभात*
*उसे बहेने दो वो अपना रास्ता खुद बना लेगा,*
*कभी कभी जब परिस्थितिया समज में ना आये तो,*
*जो कुछ जीवन में घटित हो रहा है उसे शांत भाव व*
*तटस्थ होकर बस देखना चाहिए,*
*समय आने पर जीवन अपना मार्ग खुद बना लेगा !!*
*सुप्रभात*
پسند
تبصرہ
بانٹیں
Manju Sahu
تبصرہ حذف کریں۔
کیا آپ واقعی اس تبصرہ کو حذف کرنا چاہتے ہیں؟
Sachidanand das Mahant
تبصرہ حذف کریں۔
کیا آپ واقعی اس تبصرہ کو حذف کرنا چاہتے ہیں؟
Seema Jaiswal
تبصرہ حذف کریں۔
کیا آپ واقعی اس تبصرہ کو حذف کرنا چاہتے ہیں؟
Ashok Sahu
تبصرہ حذف کریں۔
کیا آپ واقعی اس تبصرہ کو حذف کرنا چاہتے ہیں؟
Devendra Kumar Prasad
تبصرہ حذف کریں۔
کیا آپ واقعی اس تبصرہ کو حذف کرنا چاہتے ہیں؟
Jitendra Prajapati
تبصرہ حذف کریں۔
کیا آپ واقعی اس تبصرہ کو حذف کرنا چاہتے ہیں؟
Richa Suman
تبصرہ حذف کریں۔
کیا آپ واقعی اس تبصرہ کو حذف کرنا چاہتے ہیں؟