*पानी को कसकर पकड़ोगे तो वो हाथ से छुट जायेगा,* *उसे बहेने दो वो अपना रास्ता खुद बना लेगा,* *कभी कभी जब परिस्थितिया समज में ना आये तो,* *जो कुछ जीवन में घटित हो रहा है उसे शांत भाव व* *तटस्थ होकर बस देखना चाहिए,* *समय आने पर जीवन अपना मार्ग खुद बना लेगा !!* *सुप्रभात*
Sakaldip Kumar
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Dineshwar prasad Jaiswal
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Shivshankar Prajapati
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