पहले पतीला (खुला बर्तन) में दाल-भात बनता था, अदहन जब अनाज के साथ उबलता था तो बार-बार एक मोटे झाग की परत जमा करती थी, जिसे MAA रह-रह के निकाल के फेक दिया करती थी। पूछने पर कहती कि "इससे तबीयत ख़राब होती है.
बाद में बड़े होने पर पता चला वो झाग शरीर मे यूरिक_एसिड बढ़ाता है और MAA इसीलिए वो झाग फेंक दिया करती थी।

처럼
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Arun Yadav
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Amika Sahu
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