बात साल 1984 के किसी महीने की है। दुनिया के महानतम

बात साल 1984 के किसी महीने की है। दुनिया के महानतम

बात साल 1984 के किसी महीने की है। दुनिया के महानतम खलनायकों में से एक स्वर्गीय अमरीश पुरी साहब 'ज़बरदस्त' नाम की एक फिल्म में काम कर रहे थे। फिल्म को नामी डायरेक्टर-प्रोड्यूसर नासिर हुसैन बना रहे थे। उस वक्त तक आमिर खान को कोई नहीं जानता था। लेकिन अमरीश पुरी फिल्म इंडस्ट्री का बहुत बड़ा नाम हुआ करते थे। 

 

आमिर उस फिल्म से बतौर असिस्टेंट डायरेक्टर जुड़े हुए थे। आमिर को शुरू से ही हर काम पूरे परफेक्शन से करने की आदत थी। फिल्म का एक सीन शूट किया जा रहा था और इत्तेफाक से वो सीन अमरीश पुरी साहब पर ही फिल्माया जा रहा था। अमरीश पुरी जी बार-बार अपने डायलॉग की इक्का-दुक्का लाइन भूल जा रहे थे जिस वजह से सीन की कन्टिन्यूटी में गड़बड़ हो रही थी। 

 

चूंकि आमिर खान असिस्टेंट डायरेक्टर थे तो उनके ताऊ यानि नासिर हुसैन साहब ने वो सीन एकदम सही से शूट कराने की ज़िम्मेदारी उन्हें दी थी। इसलिए आमिर बार-बार अमरीश पुरी जी को डायलॉग बोलते वक्त बीच में टोक रहे थे और कह रहे थे कि आपको ऐसे नहीं, ऐसे बोलना है। उस वक्त अमरीश पुरी भी नहीं जानते थे कि ये लड़का कौन है। उन्हें लगा कि कोई नया लड़का है जो असिस्टेंट डायरेक्टर बनकर खुद को ज़्यादा होशियार समझ रहा है। 

 

बार-बार टोकने से अमरीश पुरी मन ही मन आमिर से बहुत नाराज़ हो रहे थे। और फिर जब उनसे सब्र का बांध टूटा तो वो ज़ोर से आमिर पर चिल्लाए। पूरी फिल्म यूनिट के सामने अमरीश पुरी ने आमिर खान को बहुत बुरी तरह से डांटा। और आमिर चुपचाप सिर झुकाए अमरीश पुरी जी की डांट सुनते रहे। कुछ देर बाद जब अमरीश पुरी जी का गुस्सा शांत हुआ तो उन्होंने किसी से पूछा कि ये लड़का है कौन। तब अमरीश पुरी को पता चला कि ये लड़का फिल्म के डायरेक्टर नासिर हुसैन का भतीजा है। 

 

नासिर हुसैन ने भी उस घटना के बारे में अमरीश पुरी जी से बात की और उन्हें समझाने की कोशिश की कि आमिर बस अपना काम कर रहा था। अमरीश पुरी जी को अपनी गलती का अहसास हुआ और उन्होंने आमिर से जाकर बात की। उन्होंने आमिर से कहा कि मेरी डांट को दिल से मत लगाना। बड़ों का आशीर्वाद समझकर भूल जाना। आमिर भी जवाब में मुस्कुरा दिए। 

 

आज उन्हीं अमरीश पुरी जी का जन्मदिवस है। आज ही के दिन यानि 22 जून 1932 को पंजाब के नवांशहर में अमरीश पुरी जी का जन्म हुआ था। पुरी साहब अगर आज ज़िंदा होते तो 91 साल के हो चुके होते। 

 

एक और रोचक बात जो आप लोगों को जाननी चाहिए कि अमरीश पुरी और आमिर खान कभी किसी फिल्म में साथ नहीं नज़र आए। दामिनी फिल्म में अमरीश पुरी जी एक अहम किरदार में थे। जबकि आमिर ने एक कैमियो किया था। लेकिन उस फिल्म में भी इन दोनों कलाकारों का साथ में कोई सीन नहीं था। ऐसा नहीं है कि इन दोनों ने कभी साथ काम नहीं करना चाहा। बस ऐसे हालात नहीं बन पाए कि ये दो धांसू एक्टर एक साथ काम कर पाते। अमरीश पुरी जी को किस्सा टीवी नमन करता है। #amrishpuri


tarkeshwar Singh

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