*कर्म का थप्पड़ इतना भारी और भयंकर होता है कि हमारा जमा हुआ पुण्य कब खत्म हो जाए पता भी नहीं चलता है !! पुण्य खत्म होने बाद समर्थ राजा को भी भीख मांगनी पड़ती है !! इसलिए कभी किसी के साथ छल कपट करके,किसी की आत्मा को दुखी ना करें ....!! बुरे कर्मो का फ़ल दस्तक दे.....उससे पहले अच्छे कर्म करके पुण्य जमा कर लीजिए..*
पसंद करना
टिप्पणी
शेयर करना
LAKSHMAN SINGH
टिप्पणी हटाएं
क्या आप वाकई इस टिप्पणी को हटाना चाहते हैं?